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My Heartless Wife
"जिन्हें अपना समझा, वही गैर निकले,
जिनसे वफा की उम्मीद थी, वही बेरहम निकले।
हमने तो अपनी जान तक लुटा दी थी उनके लिए,
पर वो हमें मोहरा बना कर खेलते रहे…!"
उसकी आवाज में तंज के साथ ही एक अलग तरह का दर्द था जो ज़ाहिर भी होना चाहता था लेकिन अंशिका ने उसे अपने अंदर दबा रखा था ।
तो वही कबीर उसी जगह खड़ा हुआ था जहा उसने कुछ देर पहले सांझ को छोड़ा था, वो अपनी कार से बाहर टेक लगाकर कुछ सोच रहा था, तभी उसका फोन रिंग करने लगा, सांझ के नाम को देखकर कबीर के फेस पर हैरानी के साथ खुशी के भाव आ गया थे। उसने जल्दी से फोन उठाया और कुछ बोलता उससे पहले ही सांझ की धीरे से आवाज आई–" हेल्प मी सर,
कबीर ने सांझ की बात सुनी और बोला–" कहा हो तुम...?" तुम केसे कही जा सकती हो, बड़ा बोल रही थी बच्ची नही हूं जो कोई किडनेप कर लेगा अब क्या हुआ..?"
सांझ ने इधर उधर देखा और अपने सर पर अपने हाथ से मारते हुए बोली–" क्या पागल इंसान है ये, उसने इतना बोला और वापस कबीर से बोली–" पापा को बोलिए और हा मैं लोकेशन देती हूं,
साजन बेइंतहा इश्क सीजन 2
upcoming chapter
आरुषि आनंद:- " मैने एक सच्चे इंसान का हाथ छोड़ कर एक धोखेबाज से शादी कर ली और मेरा पुनर्जन्म उस सच्चे इंसान की नाराजगी दूर करने और मेरे पति की हत्या के लिए हुआ है उसने मुझे चंद पैसों के लिए नर्क से भी बदतर जिंदगी दे दी और मुझे मार डाला; मेरा पुनर्जन्म हो सकता है तो उसका क्यों नहीं? बस यही सवाल मेरे जहन में घूमता है और इसका एक ही उपाय है मेरे पति को इतनी बेरहमी से सजा देना की दूसरे जन्म लेने से भी उसकी रूह कांप जाए so welcome to my dark side my dear husband "
Aman Aj
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