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My Heartless Wife.... next chapter uploaded
मुखर्जी को मैसेज तो मिला था कि उनको क्रू के स्टाफ के साथ आना था। मुखर्जी बड़बड़ाते हुए - "इतना भी अमीर आदमी नहीं है वो पाटिल, जो खुद आने के बजाय... इन लोगों को भेजा है।"
उसकी बात सुनकर दांत चबाते हुए डीजे - "किसी की शख्सियत का अंदाजा पैसों से नहीं तौला जाता मुखर्जी...!! अगर अब तुम्हारी ज़ुबान बेवजह खुली, तो इसके चाकू से सौ टुकड़े कर दूंगी मैं...!!"
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रिश्ते...
ये कोई कागज़ पर लिखे हुए अल्फ़ाज़ नहीं होते,
ना ही कोई सौदा, जो पलट कर तौला जा सके।
रिश्ते तो वो धड़कनें हैं,
जो दो दिलों के बीच बिन कहे भी सुनाई देती हैं।
वो डोर हैं, जो जितनी कस कर थामी जाए,
उतनी ही नाज़ुक निकलती है।
कभी हल्की सी तकरार...
कभी बेवजह की खामोशी...
और फिर वो दरार...
जो नज़र तो आती है,
पर छुपाई नहीं जाती।
हाँ... सच है,
टूटे रिश्तों में गांठें पड़ ही जाती हैं,
चाहे जितना सुलझाओ,
वो निशान रह ही जाते हैं।
मगर...
अगर मोहब्बत सच्ची हो,
अगर समझदारी गहरी हो,
तो वही गांठें सबूत बन जाती हैं...
कि रिश्ता टूटा नहीं,
बल्कि और मज़बूत हुआ है।
रिश्ते निभाना आसान नहीं,
हर रोज़ अपने अहम को मारना पड़ता है,
हर रोज़ अपनी चाहतों से पहले,
किसी और की ख़्वाहिश रखनी पड़ती है।
लेकिन...
जो ये कर लेता है,
वो किसी से भी लड़ सकता है,
किसी भी मुश्किल का सामना कर सकता है।
क्योंकि रिश्ते...
सिर्फ साथ रहने का नाम नहीं होते,
ये तो वो इबादत हैं,
जिसमें दो इंसान मिलकर
एक-दूसरे के लिए
ख़ुदा का रूप बन जाते हैं।
My Heartless Wife' -137 uploaded
वह और रुद्र झगड़ते हुए आ रहे थे - तुम्हें पता भी हैं कि तुम्हारी , उस हरकत से मेरा कितना दिल जला था और तुम बस हंस रही थी । तुम ऐसा कर भी कैसे सकती हो ?
प्रगति तेजी से चलते हुए - हम्म ,, फोर योवर काइंड इन्फोर्मेशन, मैं ऐसा कर चुकी हूं और तुमने भी , मुझे कम परेशान नहीं किया हैं तो प्लीज अब यह प्यार , मोहब्बत की दुहाई तो देना ही मत .....!! यूं नो ....जैसे को तैसा ...!!
रुद्र अकड़ते हुए - कुछ तो लिहाज करो, हमारे रिश्ते का ....!!
प्रगति गुस्से से कमर पर हाथ रखे - तुमने लिहाज किया था .... और अचानक उसकी नजर सामने की तरफ हाॅल में पड़ी तो उसका मुंह खुला का खुला रह गया और चेहरा बिल्कुल स्तब्ध , उसे लग रहा था धड़कने रुक सी गई हो ।
✨ एक छोटी सी रिक्वेस्ट उन लोगों के लिए... जिनकी नज़रों से मेरी कहानी गुज़री है! ✨
कुछ लफ्ज़ दिल से निकले,
कुछ पन्नों पर बिखर गए...
किसी ने मुस्कुरा कर पढ़ा,
किसी की आंखें भीग गईं।
अब बस एक छोटी सी wish है —
अगर मेरी कहानी ने आपके दिल को touch किया,
अगर किसी moment ने आपको सोचने पर मजबूर किया,
या फिर किसी character ने आपके दिल में घर बना लिया...
तो एक प्यारी सी रेटिंग छोड़ दीजिए... वीथ कमेंट
आपके रिव्यू मेरे लिए सिर्फ feedback नहीं, एक motivation है — next कहानी और better लिखने का reason।
Vinod Kumar
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Kartik Ōñ
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Neha Bathla
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