रिश्ता बेनाम सही
"कहते हैं इश्क़ दो जिस्मों का मेल होता है...
पर मेरा इश्क़? वो तो बस रूह से जुड़ा है।
वो कहीं है… दूर, बहुत दूर…
लेकिन फिर भी दिल के सबसे करीब है।"
"मैंने कभी उसे छूने की ख्वाहिश नहीं की,
बस महसूस किया है उसे… हर सांस में,
हर दुआ में, हर तन्हाई में..."
"वो जब पास नहीं होता,
तब भी ऐसा लगता है जैसे उसकी मौजदूगी मुझे घेरे हुए है।
उसकी हँसी… उसकी खामोशी…
सब कुछ मेरे अंदर कहीं गूंजता है।"
"कभी-कभी तो लगता है,
कि मैं ही वो हूँ… और वो ही मैं।
हम दोनों एक-दूसरे की रूह में उतर चुके हैं…
अब जुदा होना मुमकिन नहीं।"
"अगर इश्क़ बस पाने का नाम होता,
तो मैं कब का हार मान चुकी होती।
मगर मेरा इश्क़...
इबादत है।
वो सजदे की तरह पाक है...
जिसमें ना शर्त है, ना शिकायत..."
"काश... उसे कभी एहसास हो सके,
कि कोई है, जो उसे रूह से भी ज़्यादा चाहता है।
बिना मांगे...
बिना कहे...
बस ताउम्र निभाना चाहता है..."
chapter upload - My Heartless Wife
और उसकी उंगलियों को अपनी उँगलियों के बीच softly लॉक करते हुए कहा, "अब तो आप शर्मा भी रही हैं तो अब एक ही दिन में और कितने झटके देने वाली हैं आप मुझे मिसेज अंशिका जिंदल प्रताप ।"
अंशिका की मुस्कान धीमी थी, लेकिन उसमें एक चमक भरी थी और आँखों में वही softness थी, जो सिर्फ रिध्यान के साथ होने पर आती थी ।
उसने धीरे से कहा, अंशिका प्रताप के पत्थर की कठोर दिल को तुमने पिघलने पर मजबूर कर दिया मि. प्रताप तो अब ऐसे झटके आपको रोज मिलने वाले हैं ।
I am bemused person 🤔🤔🤔and love also 😴😴😴😴
Shivangi Gupta
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rimjhim Sharma
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Jahnavi Sharma
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