कबीर ने सांझ को को देखा और उसका हाथ पकड़कर कहा –" बंदा बस तो तब करे न जब उसका बस चले और नहीं चलता है मेरा इस दिल पर बस नहीं चल रहा मैं घुट रहा हूं सांझ मैं मर जाऊंगा तुम्हारे बिना सांझ ने कबीर को देखा और कहा –" मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा प्लीज ये सब बंद कीजिए ओर हा बहुत जल्द मेरी सगाई होने वाली है जरूर आइएगा!" इतना बोल सांझ ने कार का दरवाजा खोला और कार लेकर वाह से चली गई"
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साजन बेइंतहा इश्क सीजन 2