Check out Rangrasiya ईश्क़ novel on Story Mania
https://storymania.in/SZDbhgfAnyir
Read long story (150+ parts) only on Story Mania
मेरा इश्क भी तू, दीदार भी तू मेरा रब भी तू, रक़ीब भी तू। तेरी यादों में ही बहते रहे, मेरा साहिल भी तू, सलीब भी तू। तेरी राहों में खोए रहे हम, मेरा मंज़र भी तू, नसीब भी तू। जो मिले तुझसे, वो चैन भी था, मेरा ग़म भी तू, तबीब भी तू। तेरी आँखों में जो देखी थी दुनिया, मेरा ख़्वाब भी तू, हालात भी तू। बिछड़ कर भी तुझसे जिया जो कभी, वो जज़्बात भी तू, औक़ात भी तू।