महेश जी ने गीता जी को देखा तो गीता जी ने कहा –" पता नहीं क्यों डर सा लग रहा है कही कुछ बुरा ना हो कही इसका दिल टूट ना जाए !"

महेश जी ने गीता जी की बात सुनकर कहा –" गलत मत सोचो जो होता है अच्छे के लिए होता है!"

गीता जी ने उठते हुए कहा–" माना जो होता है अच्छे के लिए होता है लेकिन फिर जो होता है वो देखा भी तो नहीं जाता है न " इतना बोल वो वाह से चली गई!"



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heartless ishq

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