प्रभु श्री राम का निमंत्रण पत्र स्वीकार करें आ गए प्रभु के दास,
सुन लो इनकी अरदास,
लाए हैं आपके लिए निमंत्रण पत्र कर लो इनका स्वीकार,
बरसो से था इंतजार, कह गए रविदास,प्रभु की लगाना अरदास,
अब ना सुनना किसी की बात, अब आ गई समय की बात,
सीधे जाना अयोध्या दास है
पति के साथ लगाना अरदास,
अरदास हमारी स्वीकार करें प्रभु से कहना अपनी बात,
फिर से आएंगे आपके पास लेकर आएंगे राम के दास,
दास भेज देगा यह संदेश प्रभु
आ गए मेरे देश,
जय श्री राम जय श्री राम
कलम से
*ज्ञान सिंह शाक्य जिला अध्यक्ष एटा योगी अखाड़ा*
