हाय नी मैं मरजा देखो मेरे वाला किना कंम कर रिया ", मेहर जो अपने रूम की बाल्कनी में खड्डी थी वो नीचे देख रही था। यहां कबीर लड़को को बता रहा था । वही हसन जो मेहर के पास आई उसकी नजरे जिम्मी पर चली गई जो हाथ में पकड़ी पकोड़े की प्लेट एक तरफ चटनी लेकर चला आ रहा था और साथ ही खा भी रहा था ।
https://storymania.in/SZDbaceAuhwo
Aradhya Mishra
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Juhi Jha
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Afsana Khatoon
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Simmi Singh
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Saroj
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Ritu Dendona
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Harshita Tiwari
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Noor Alam
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Aryan Singh
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Aryan Singh
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Soniya Kishori
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?