यहां पर रीडर तो बहुत है मगर वो लोग रीडिंग के मामले में मेच्योर नहीं है, मतलब जैसे उन्हें कमेंट करने की आदत नहीं है। वह काफी कम मामलों में कमेंट करते हैं।
मैंने एडमिन से इसके बारे में पूछा था, कि ऐसा क्यों है? तो उन्होंने बताया, बाकी प्लेटफार्म जो मार्केट में नए आए हैं वो लोग वहां लिखने वाले राइटर के रीडर को बुलाने के लिए कहते हैं। वो रिडर मेच्योर होते हैं और राइटर को लेकर लॉयल भी, उन्हें कमेंट करने की आदत होती है, क्योंकि वह लंबे टाइम तक किसी न किसी प्लेटफार्म से जुड़े रहे हैं जहां पर वह स्टोरी पढ़ते थे। वो लोग ऐसी ऑडियंस को लाते हैं जिन्हें पहले से पढ़ने की आदत होती है, इस वजह से उन्हें कमेंट और बाकी चीजों के बारे में भी पता है।
जबकि हमारे मामले में ऐसा नहीं है। हम लोग हमारी खुद की ऑडियंस बना रहे हैं, हमारे लोग हमारे तरह-तरह के एडवर्टाइजमेंट को देखकर हमारा एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं और फिर स्टोरी पढ़ने शुरू करते हैं। उन्हें पहले से पढ़ने का एक्सपीरियंस नहीं होता, ना ही उन्होंने आज से पहले कोई कहानी पढ़ी होती है। 90% से भी ज्यादा लोग हमारे ऐप पर अपनी लाइफ की पहली कहानी पढ़ रहे हैं। इसलिए उन लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि कमेंट करने से राइटर का मोटिवेशन बढ़ता है। हमारी ऑडियंस बिल्कुल फ्रेश है, वक्त के साथ साथ, यानी कि जैसे-जैसे वह यहां पर टाइम स्पेंड करेंगे, उन्हें राइटिंग से जुड़ी हुई अलग-अलग चीजों के बारे में पता चलेगा। जैसे कमेंट करना, अपने विचार रखना, और भी बहुत कुछ। यह ठीक वैसे ही है जैसे हम एक छोटे से बच्चे को बड़ा करके उसे दुनिया के लिए तैयार कर रहे हैं।
इस जवाब के बाद मेरा कन्फ्यूजन क्लियर हुआ। एडमिन ने बिल्कुल सही कहा। स्टोरी मानिया ऐप ने कभी हमें हमारी ऑडियंस लाने के लिए नहीं कहा,जो मेच्योर है। उल्टा यह हमें एक नई ऑडियंस लाकर देता है जिन्होंने आज से पहले हमारी कहानी कभी नहीं पढ़ी होती और ना ही कभी हमारा नाम सुना होता है। हमारी कहानी पर जितने भी लोग आ रहे हैं, वो दूसरे प्लेटफार्म से आए लोग नहीं है, बल्कि वह पहली बार आए लोग हैं जो हमारी कहानी पर पहली बार आकर अपना रीडिंग एक्सपीरियंस ले रहे हैं। यह चीज सच में अच्छी है और मैं इसके लिए स्टोरी मानिया की तारीफ करती हूं। स्टोरी मानिया यह करके राइटर के लिए एक और स्पेस क्रिएट कर रहा है जहां वो अपनी राइटिंग रख सकते हैं, और लोगों को उन्हें पढ़ने के लिए दे सकते हैं।
जबकि दूसरे ऐप पर हमें हमारी ऑडियस ट्रांसफर करनी होती है, इससे हमें उस ऐप पर तो फायदा हो जाता है, मगर जिस एप्लीकेशन से हम ऑडियंस लेकर आए हैं वहां हमारी रिच कम हो जाती है। जबकि यहां ऐसा कोई प्रेशर नहीं है। अपना माइंड फ्रेश रखकर हम बिल्कुल आराम से लिख सकते हैं। हमें हमारी ऑडियंस ट्रांसफर नहीं करनी है। ना ही ज्यादा सोचना है। स्टोरी मानिया को बस हमारी कहानीयां चाहिए हमारी ऑडियंस नहीं। जबकि बाकी के प्लेटफार्म हमसे हमारी कहानियों के साथ-साथ हमारी ऑडियंस भी मांगते हैं।
Riya ✨
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