क्या जो उसे नशा दिया है ,, ,वो एक किस्मत का ड्रग्स है ,,,,,और ये अंश ने ही दिया है ,,, लेकिन क्यों ,,,,वो उसके साथ क्या करना चाहता है ,,,,अब उसे घबराहट होने लगी थी,,,,, अंश के इरादे से,,,, कि तभी दोबारा अंश की आवाज आती है,,,,,क्या हुआ पत्नी क्या सोच रही हो ,,,,याही ना कि मैं तुम्हारे साथ क्या करुंगा, तो तुम्हें सुबह सब पता चला जाएगा,,, जब तुम खुद को किसी और की बाहों में पाओगी,,,,,
इस,वक़्त अंश के चेहरे में एक अजीब सी मुस्कुराहट थी ,,,,,😏
अंश की बातें और उसकी मुस्कुराहट देख,, जानवी ना चाहते हुए भी उसकी आँखों में नामी उतर आती हैं,,,,, 😢😢
अंश जानवी के दर्द पर मरहम लगाने की बजय नमक छिड़कते हुए,,,, अरे अरे आर ro मत ,,,इसे बचा कर रखो ,,,,अभी तो तुम्हें कल रोना है ,,,,अपनी बर्बादी पर,,,,
की तभी जानवी अंश की बातें सुन्न ,,,उसे धक्का दे वॉशरूम से बाहर जाते हुए ऐसा कभी नहीं होगा,,,, यह बोलते हुए,,,,जानवी पूरी तरह आधी रही थी ,,,,क्योंकि अब जानवी पर नशा चढ़ने लगा था,,, , उसकी पलकें बार-बार बंद और खुल रही थी,,,
और फिर जानवी अपने लड़खड़ाते कदमों से वॉशरूम से बाहर जाने लगती है,,, वाह सिद्ध खड़े होने की ,,,,,,पूरी कोशिश कर रही थी ,,,, जानवी दिवाल का सहारा लेते हुए ,,,क्लब से बाहर जाने की कोशिश करती है ,,,की तबी वहां लदखदा जमीन पर गिरने लगती है,, ,,, की तभी कोई उसे अपनी बहों मैं थाम लेता है,,,खुद को किसी को पकड़ता देख,,,,जानवी अपनी नजर ऊपर कर,,,उस इंसान को देखती है,,,तो वाह कोई और नहीं वही इंसान था,,,,,जो कुछ देर पहले उसके साथ सोफे पर बैठा था, ,,, उसे देख जानवी उसे इंसान से खुद को छुड़ाने लगती है,,,, तभी पीछे से आवाज आती है,,,
तुम्हें कैसी लगी मेरी बीवी,,,,, अच्छी ना,,,तो आज रात के लिए तुम्हारी,, इसे बहुत शौक है ना ,,,,,,दूसरे के साथ खेलने का,,,,, अब इसके साथ भी वही खेल,,खेला जाएगा,,
याह सुन जानवी की आँखों से लेबा लेबा आंसू बहाने लगते हैं ,,,,,
mistake in love
