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★★★
सकारात्मक भाव से
तू एक कोशिश कर
रख भगवान पर विश्वास और एक कोशिश कर।
खत्म होता हुआ पाएं जब तू खुद को
याद रखना
है यही एक मौका
खुद को समझने,
खुद से रूबरू होने का
पाएगी जब तू खुद को
तब ही निकल पाएगी इस अंधकार से।
जब मिले न कोई साथी
अपनी साथी खुद बन,
नही आता कोई राह दिखाने
तू अपनी राही खुद बन
जब होगी तू मजबूत
सब होंगे तेरे साथ
बैठ एकांत में,
सुन अपने भीतर का शोर
कर व्यायाम,
होगा ये युद्ध समाप्त।
जब ना हो कोई
बात करने को
सुनने को
लिख अपने विचारों को
पढ़ उन्हें बार बार
जब मिल रही हो बार बार हार
कर तू एक और प्रयास
कर खुद पर विश्वास
फल की चिंता छोड़,
कर्म सुमन अर्पित कर
रखना विश्वास
दिन तेरा भी आएगा
अमावस की रात चीर
उजला चांद निकल आएगा।
जब लगे जिंदगी हो गई खत्म
तू याद रख
आएगा वसंत ही पतझड़ के बाद...
तू याद रख
है यह एक जंग
खुद की खुद से
अपनों से
जिसे तुझे जितना है हर हाल में
आएगी लाख मुसीबतें राह में
पर तू सब कर लेगी आराम से
रख खुद पर यकीन
शुरु कर अपना सफर
जब होंगे तेरे सपने पूरे
तू रख विश्वास
खुद पर
कर एक और प्रयास।
#आँच