دریافت پوسٹس

ہمارے Discover صفحہ پر دلکش مواد اور متنوع نقطہ نظر کو دریافت کریں۔ تازہ خیالات کو اجاگر کریں اور بامعنی گفتگو میں مشغول ہوں۔

Puja Lode اس کی پروفائل تصویر کو تبدیل کر دیا
2 سال

image
پسند

image
پسند

image
پسند

image
پسند

*राम जन्मभूमि मंदिर के सामने कुएं के अंदर एक गौ माता गिर गई थी*
स्थानीय जनता जनार्दन के द्वारा *जब गौ सेवक रितेश मिश्रा को सूचना प्राप्त हुआ सूचना मिलते ही तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर अपने साथियों के साथ एवं फायर सर्विस की टीम के साथ कूंए से बाहर गौ माता को बाहर जीवित निकाला गया*

*अयोध्या के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों से निवेदन है कि राम की नगरी अयोध्या में हजारों कूऐ हैं इसका लेखा-जोखा अयोध्या फायर सर्विस टीम के पास है*

*अगर जनप्रतिनिधि और सरकार कुएं के ऊपर जाली या दीवाल लगवा दें तो ना कोई बेजुबान जीव जंतु गिरेगा ना ही इंसान गिरेगा और ना किसी की मौत होगा*

*प्रभु हमें हर संकटों पर बुला लेते हैं और हमारा सौभाग्य है चाहे जितना बड़ा संकट हो भोलेनाथ का नाम लेकर आसानी से सब काम हो जाता है*

پسند

image
پسند

ॐ श्री परमात्मने नमः

यद्यपि होनापन (सत्ता) आत्मा का ही है, शरीर का नहीं, तथापि साधक से भूल यह होती है कि वह पहले शरीर को देखकर फिर उसमें आत्मा को देखता है, पहले आकृति को देखकर फिर भाव को देखता है। ऊपर लगायी हुई पालिश कब तक टिकेगी ?
आपका जो स्‍त्री-पुरुष रूप से जो साकाररूप है, यह ऊपर का चोला है, यह साधक नहीं है । जो अपने को स्‍त्री, पुरुष, ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि मानता है, वह साधक नहीं होता। साधक शरीर नहीं होता
शरीर, परिवार, समाज और संसार की सेवा के काम आयेगा, इसके सिवाय किसी काम नहीं आयेगा। साधक के जीवन में शरीर का कोई उपयोग नहीं है
भगवान की तरफ चलने वाले साधक मात्र के न स्थूलशरीर काम आता है, न सूक्ष्मशरीर काम आता है, न कारणशरीर काम आता है। यह बड़ी दामी बात है ! बड़े-बड़े ग्रन्थों मे समाधि की बड़ी महिमा गायी गयी है, पर वह भी आपके काम नहीं आती
शरीर और संसार को अपना तथा अपने लिये मानना बहुत घातक है। ऐसा मानने वाला साधक नहीं बन सकता, भले ही उम्र बीत जाय

پسند

image
پسند

image
پسند

image
پسند