मेरी पहली कोशिश है शायरी लिखने की। तो जरूर बताना कैसा है....
✨ बरसों से जिसकी राहों में पलके बिछाए थे,
जब वो मिला… तो वक़्त जैसे थम से गया। ⏳💫
💭 कितनी ही ख्वाहिशें थी उससे बात करने की,
मगर लबों पर सन्नाटा ही नम सा गया... 🤐💔
👀 चाहा था जी भर के देखूं उसकी सूरत को,
पर नज़रों को मेरी खुद पे ही शर्म आ गई... 🙈😔
🌙 जिसे देखना था चाँद की तरह छुप-छुप के,
आज सामने आया… और नज़रें झुक सी गईं... 😳💞
strenger pen
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Ravi s
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